अम्मा जरा देख तो ऊपर, चले आ रहे है बादल| हिंदी कविता| लेखक , रामधारी सिंह दिनकर |
अम्मा जरा देख तो ऊपर, चले आ रहे है बादल| हिंदी कविता| लेखक , रामधारी सिंह दिनकर |
हिंदी कविता अम्मा जरा देख तो उपर:-
अम्मा जरा देख तो ऊपर
चले आ रहे है बादल |
गरज रहे है, बरस रहे है
दीख रहा है जल ही जल |
हवा चल रही क्या पुरवाई
भीग रही है डाली – डाली |
ऊपर काली घटा घिरी है
नीचे फैली हरियाली |
भीग रहे है खेत, बाग, वन
भीग रहे है घर, आगन |
बाहर निकलू मै भी भीगू
चाह रहा है मेरा मन |
अम्मा जरा देख तो उपर कविता के लेखक कोन है ?
रामधारी सिंह दिनकर विकिपीडिया
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