Ganesh chaturthi vrat katha in hindi | ganesh chaturthi kab hai 2023 | गणेश चतुर्थी व्रत कथा
Ganesh chaturthi vrat katha in hindi | ganesh chaturthi kab hai 2023
गणेश चतुर्थी व्रत कथा
दोस्तो, एक बार देवता बहुत परेशानी मे थे.
और तब देवता मदद के लिए शंकर जी के पास कैलाश धाम गए. गणेश चतुर्थी की कथा इसी बारे मे है. आगे..
एक बार की बात है सभी देवता बहुत ही मुश्किल में थे
सभी देव गण शिव जी की शरण में अपनी मुश्किलों के हल के लिए पहुंचे
उसे समय भगवान शिव जी के साथ गणेश और कार्तिकेय भी वहीं बैठे थे देवताओं की मुश्किल को देखकर शिवजी ने गणेश और कार्तिकेय से प्रश्न पूछा
तुम्हें से कौन देवताओं की मुश्किलों को हल करेगा और उनकी मदद करेगा जब दोनों भाई मदद करने के लिए तैयार हो गए
तो शिव जी ने उनके सामने एक प्रतियोगिता रखा इस प्रतियोगिता के अनुसार दोनों भाइयों में जो भी सबसे पहले पृथ्वी की परिक्रमा करके लौटेगा वही देवताओं की मुश्किलों में मदद करेगा
इसे भी पढ़े :- हनुमान चालीसा इन हिंदी
जैसे ही शिव जी ने यह बात कही कार्तिकेय अपनी सवारी मोर पर बैठकर पृथ्वी की परिक्रमा करने चले गए परंतु गणेश जी वहीं अपनी जगह पर खड़े रहे और सोचने लगे कि वह मूषक की मदद से पूरे पृथ्वी का चक्कर कैसे लगा सकते हैं क्योंकि उनकी सवारी चुहा है.
Ganesh ji |
इस समय उनके मन में एक उपाय आया वे अपने पिता शिवजी और माता पार्वती के पास गए और उनके सात बार परिक्रमा करके वापस अपनी जगह पर आकर खड़े हो गए
कुछ समय बाद कार्तिकेय पृथ्वी का पूरा चक्कर लगाकर वापस पहुंचे और स्वयं को विजेता कहने लगे
तभी शिवजी ने गणेश जी की ओर देखा और उनसे प्रश्न किया
क्यों गणेश तुम क्यों पृथ्वी की परिक्रमा करने नहीं गए
तभी गणेश जी ने उत्तर दिया माता-पिता में ही तो पूरा संसार बसा है चाहे में पृथ्वी की परिक्रमा करूं या अपने माता-पिता की एक ही बात है यह सुनकर शिवजी बहुत खुश हुए और उन्होंने गणेश जी को सभी देवताओं के मुश्किलों को दूर करने की आज्ञा दी
साथ ही शिव जी ने गणेश जी को यह भी आशीर्वाद दिया कि कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी से जो भी व्यक्ति तुम्हारी पूजा और व्रत करेगा उसके सभी दुख दूर होंगे और भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी
जय गणेश जी
इसे भी पढ़े :- motivation हिंदी कविता
लोग पूछते हैं कि गणेश चतुर्थी कब है
गणेश चतुर्थी इस बार संकस्टि चतुर्थी के रूप में 3 सितंबर 2023 को है
बहुत लोग पूछते हैं कि गणेश चतुर्थी 2023 में कब है गणेश जी की स्थापना सितंबर में होगा
और गणपति बप्पा मोरया जी के रूप मे 19 सितंबर को है.
कुछ लोग पूछते हैं कि गणेश जी की पूजा विधि कैसे करे.
गणेश जी की पूजा बुधवार को करे इससे बहुत लाभ होता है.
जय गणेश जी
जय शंकर जी
जय पार्वती जी
हर हर महादेव
No comments